My writings can be read here मेरे लेख मेरे विचार, Awarded By ABP News As best Blogger Award-2014 एबीपी न्‍यूज द्वारा हिंदी दिवस पर पर श्रेष्‍ठ ब्‍लाॅग के पुरस्‍कार से सम्‍मानित

बुधवार, 19 अगस्त 2015

My two translated books for children

 मेरी दो अनूदित पुस्‍तकें
आज ही मेरे द्वारा अनूदित दो पुस्‍तकें आई हैं, इन्‍हें नेशनलबुक ट्रस्‍ट के लिए ही अनुवाद किया था, इसको मिला कर कुल 50 पुस्‍तकें हो गईं मेरे द्वारा अनूदित
दोनों पुस्‍तकें छोटे बच्‍चों के लिए हैा उत्‍पल तालुकदार की कहानी एक  आलसी चूहे की है जिसे जब असल जीवन संघर्ष से सामना होता है तो उसका लालच, नादानी, आलस सब दूर हो जाता हैा उत्‍पल खुद चित्रकार हैं व कहानी के साथ चित्र मना तिगुना कर देते हैं, पुस्‍तक की कीमत रूञ 50.00 है.
  दूसरी पुस्‍तक '' जब मिलें तो अभिवादन करें'' बताती है कि देश दुनिया के जहव जंतु, इंसान जब कभी एक दूसरे से मिलते हैं तो अपने अपने तरीके से अभिवादन करते हैं और ऐसा हमें भी करना चाहिए, एस श्‍यामला की इस पुस्‍तक के चित्र प्रख्‍यात कलाकार अतनु रॉय के हैं ा इसका दाम 35.00 रूपए हैा इन्‍हें नेशनल बुक ट्रस्‍ट की साईट से खरीदा जा सकता



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