अभी
दो दिनों तक लखनउ में 35 बच्चों के साथ काम किया, ये बच्चे मडियादोह,
ठाकुरगंज, जानकीपुरम, अकबरपुर जैेसे इलाकों से थे, जब इनसे पूछा गया कि ये
अपने अखबार में क्या चाहते हैं तो स्कूल व मुहल्ले से जुडी कुल 28
स्टोरी सामने आईं, उन्हें समस्या व विशेषता में बांटा गया, अब इसमें
राशन की दुकान में कम सामान मिलने की बात है तो संजय कुम्हार की शिल्प
कला की भी, इसमें गंदे पानी व बिजली की समस्या है तो मिड डे मील का
मेन्यू भी, बच्चों ने चिञ भी बनाए
दूसरा काम एक स्पेशल फीचर किया, प्रहशक्षण परिसर में लायब्रेरी, पालतु जानवर, वर्मी कल्चर, बगीचे, अन्य प्रशिक्षण, भोजनालय अादि पर बच्चों ने आठ पेज पर 16 स्टोरी कींा इसमें साक्षात्कार व स्वयं निरीक्षण पदधति को अपनाया गयाा
दूसरा काम एक स्पेशल फीचर किया, प्रहशक्षण परिसर में लायब्रेरी, पालतु जानवर, वर्मी कल्चर, बगीचे, अन्य प्रशिक्षण, भोजनालय अादि पर बच्चों ने आठ पेज पर 16 स्टोरी कींा इसमें साक्षात्कार व स्वयं निरीक्षण पदधति को अपनाया गयाा
विज्ञान फाउंडेशन के संदीप खरे जी ने एक बडा निर्णय लिया है, एक तो
बच्चों द्वारा अपने स्कूल व मोहल्ले की समस्याओं पर तैयार अखबार को
छपवाया जाएगा और उनके इलाकों में भेजा जाएगा, इसका विमोचन 14 नवंबर को
होगा, और फिर हर महीने बच्चों की खबरों के साथ ऐसा ही अखबार निकलेगा,
कार्यशाला में दस नाम सामने आए और फिर चुनाव के जरिये तय हुआ कि अखबार का नाम होगा ''मेरी खबर, मेरी नजर''
मुझे भरेसा है कि ये बच्चे आने वाले दिनों के जागरूक नागरिक , अपने आसपास के प्रति सजग और अच्छे लेखक व पञकार बनेंगे
कार्यशाला में दस नाम सामने आए और फिर चुनाव के जरिये तय हुआ कि अखबार का नाम होगा ''मेरी खबर, मेरी नजर''
मुझे भरेसा है कि ये बच्चे आने वाले दिनों के जागरूक नागरिक , अपने आसपास के प्रति सजग और अच्छे लेखक व पञकार बनेंगे
लखनऊ
के मदियाड़ो अकबर पुर ठाकुर गंज जानकीपुरम जैसे इलाकों के आये बच्चों ने
अपना अखबार बनाया। उन्होंने ही दस नाम सुझाये फिर लोकतंत्रात्मक तरीके से
एक नाम-मेरी नज़र मेरी खबर को तय किया। इसमें राशन की दुकान भी हे और मिड डे
मिल भी। अच्छे शिक्षक भी है। असल में यह बच्चों क8 अपनी अभिव्यक्ति हैं
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याद होगा कि पिछले महीने के आखिरी दिनों में हमने लखनउ में बेहद कमजोर
वित्तीय हालात के बच्चों के साथ दो दिन का एक वर्कशाप किया था, जिसमें
उन्हें एक अखबार के लिए खबर जुटाना, उसे पेश करना आदि की बातें सिखाई थीं
,बच्चों ने सादे कागज पर डम्मी भी बनाई थी और अब यह छप कर तैयार है
इसका विमोचन 14 नवंबर बाल दिवस को लखनउ में ही होगा, मेरे दोस्त, शुभचिंतक, बच्चों को स्नेह करने वाले, जो भी साथी लखनउ में हैं, बच्चों के इस विमाचन के लिए समय जरूर निकालें, आयोजन कहीं सीतापुर रेाड के अकबर पुर, जानकीपुरम, मडियादो या ठाकुर गंज के आसपास होगा, एक बात और अब यह अखबर हर महीने निकलेगा, बच्चे ही उसके संवाददाता, चित्रकार, ंसपादक होंगे, यह अखबार नहीं बच्चों की जागरूकता की नि शानी है, शुक्रिया संदीप खरे, रिचा, संजय व विज्ञान फाउंडेान की पूरी टीम,
कौन कौन साथी 14 नवंबर की सहमति देता है, इंतजार रहेगा, जो साथी अपने परिवार , यार दोस्तों के साथ इन उभरते पत्रकारों, उनकी अभिव्यक्त करने की ताकत से रूबरू होना चाहते हैं, समय, स्थान के बारे में लखनउ में दोस्त संदीप खरे से बात कर सकते हैं, उनका नंबर है 9415011703
LikeLike · इसका विमोचन 14 नवंबर बाल दिवस को लखनउ में ही होगा, मेरे दोस्त, शुभचिंतक, बच्चों को स्नेह करने वाले, जो भी साथी लखनउ में हैं, बच्चों के इस विमाचन के लिए समय जरूर निकालें, आयोजन कहीं सीतापुर रेाड के अकबर पुर, जानकीपुरम, मडियादो या ठाकुर गंज के आसपास होगा, एक बात और अब यह अखबर हर महीने निकलेगा, बच्चे ही उसके संवाददाता, चित्रकार, ंसपादक होंगे, यह अखबार नहीं बच्चों की जागरूकता की नि शानी है, शुक्रिया संदीप खरे, रिचा, संजय व विज्ञान फाउंडेान की पूरी टीम,
कौन कौन साथी 14 नवंबर की सहमति देता है, इंतजार रहेगा, जो साथी अपने परिवार , यार दोस्तों के साथ इन उभरते पत्रकारों, उनकी अभिव्यक्त करने की ताकत से रूबरू होना चाहते हैं, समय, स्थान के बारे में लखनउ में दोस्त संदीप खरे से बात कर सकते हैं, उनका नंबर है 9415011703